मुग़ल साम्राज्य (1526 -1540 और 1555-1857) [कुल 317 साल]-1. ज़हीरुद्दीन मुहम्मद बाबर: ये मुग़ल साम्राज्य के पहले बादशाह थे. 23 फ़रवरी, 1483 को अंदिजन (जो आज उज़्बेकिस्तान में है) में जन्मे बाबर ने 1 अप्रैल, 1526 को भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना की. 26 दिसम्बर, 1530 को बाबर की मौ-त हो गयी. 2. नासिर उद्दीन मुहम्मद हुमायूँ: हुमायूँ का जन्म 17 मार्च, 1508 को हुआ. हुमायूँ 1530 से लेकर के 1540 तक बादशाह रहे, उसके बाद शेर शाह सूरी ने हुमायूँ को हराकर सूरी साम्राज्य की स्थापना की. सूरी की मौ-त के बाद सूरी साम्राज्य जाता रहा और 1555 में एक बार फिर हुमायूँ ने मुग़ल साम्राज्य का झंडा भारत पर फहराया.

3. जलालउद्दीन मुहम्मद अकबर: 14 अक्टूबर 1542 को जन्मे अकबर ने अपने पिता हुमायूँ की मौ-त के बाद गद्दी संभाली. 1556 से 1605 तक अकबर का शासन रहा. अकबर ने दीन ए इलाही धर्म की स्थापना भी की थी, ये धर्म कामयाब ना हो सका. इन्होने जज़िया कर को ख़त्म किया. 4. नूर उद्दीन मुहम्मद सलीम “जहाँगीर”: जहाँगीर का जन्म 20 सितम्बर 1569 को हुआ. जहाँगीर के ज़माने में पेंटिंग कला का बहुत विकास हुआ, जहाँगीर का इंसाफ़ भी काफ़ी मशहूर था. उन्होंने एक विधवा नूरजहाँ से शादी की. ऐसा कहा जाता है की जहाँगीर के दौर में असली सत्ता नूरजहाँ के हाथ में ही थी.जहाँगीर का शासन 1605 से 1627 तक रहा.
5. शहाबुद्दीन मुहम्मद ख़ुर्रम “शाहजहाँ”: शाहजहाँ का जन्म 5 जनवरी, 1592 को हुआ था. शाहजहाँ के दौर में इमारत निर्माण में भारत ने बहुत तरक्क़ी की. मुग़ल साम्राज्य में बनायी गयी बेहतरीन इमारतें शाहजहाँ के दौर में ही बनी. दुनियाभर में मशहूर ताजमहल भी शाहजहाँ ने ही बनवाया था. ताजमहल एक मकबरा है जिसे उन्होंने अपनी बीवी अरजुमंद बानो “मुमताज महल” के म-र जाने के बाद उनकी याद में बनवाया था.शाहजहाँ का शासन 1627 से 1658 तक रहा. 6. मुहीउद्दीन मुहम्मद “औरंगज़ेब”: 4 नवम्बर 1618 को जन्मे औरंगज़ेब ने 1658 से लेकर 1707 तक मुग़ल साम्राज्य पर शासन किया. औरंगज़ेब के ज़माने में मुग़ल साम्राज्य दुनिया का सबसे शक्तिशाली साम्राज्य बन गया. 90 बिलियन डॉलर से अधिक की जीडीपी के साथ मुग़ल साम्राज्य दुनिया की सबसे मज़बूत अर्थव्यवस्था भी था. औरंगज़ेब के दौर में मुग़ल साम्राज्य ने अपना सबसे विशाल रूप देखा. औरंगज़ेब को आख़िरी “महान मुग़ल” बादशाह कहा जाता है. उन्होंने जज़िया कर दुबारा शुरू कर दिया था. उनकी मौ-त के बाद देश में गृह यु’द्ध हुआ.
7. मुहम्मद आज़म शाह (सिर्फ़ ख़िताब)–….बहादुर शाह (प्रथम): 14 अक्टूबर 1643 को जन्मे बहादुर शाह ने अपने पिता के मरने के बाद 1707 में सत्ता संभाली. गृह यु’द्ध में मिली जीत के बाद बहादुर शाह ने स्थिति को सुधारने की कोशिश की. उन्होंने मराठा से संधि की, सिखों से सम्बन्ध सुधारे. 1712 में उनकी मौ-त हो गयी. 8. जहाँदार शाह: 9 मई 1661 को जन्मे जहाँदार शाह ने बहादुर शाह की मौ-त के बाद 1712 में सत्ता संभाली. कहा जाता है कि जहाँदार शाह आख़िरी ऐसे मुग़ल बादशाह थे जो अपने पूर्वजों की तरह दिलेर और क़ाबिल थे और शासन में पूरा ध्यान लगाते थे. लगभग एक साल शासन में रहने के बाद 12 फ़रवरी 1713 को उनका देहांत हो गया. उनका शासन हालाँकि 11 जनवरी,1713 को ही ख़त्म हो गया था.
9. फ़र्रुखसियार: 20 अगस्त 1685 को जन्मे फ़र्रुखसियार ने 11 जनवरी 1713 को गद्दी संभाली.इन्होने इंग्लैंड की ईस्ट इंडिया कंपनी को ड्यूटी फ्री ट्रेडिंग का अधिकार दे दिया. इसके बाद ही ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत की सत्ता पर क़ाबिज़ होने के अपने सपने पर अमल करना शुरू किया. इन्हें बहुत कमज़ोर बादशाह माना जाता है. 28 फ़रवरी, 1719 तक इनका शासन चला. 29 अप्रैल, 1719 को इनका देहांत हो गया. इनके दौर में सैयद भाइयों ने सत्ता पर अपना दख़ल बनाना शुरू किया. उनको गद्दी से हटाने में सैयद भाइयों का ही हाथ था. उन्होंने अंतिम समय मुश्किल स्थिति में गुज़ारा, उन्हें क़ैद कर लिया गया और उनसे बहुत बुरा बर्ताव किया गया. 10. रफ़ी उद दर्जात: 30 नवम्बर 1699 को जन्मे रफ़ी उद दर्जात का शासन सिर्फ़ 98 दिन का रहा. 28 फ़रवरी से 6 जून 1719 तक ही वो सत्ता में रहे. सैयद भाइयों ने ही इन्हें सत्ता में बिठाया था. 11. शाह जहाँ II: रफ़ी उद दौला का जन्म जून 1696 को हुआ था. 6 जून से 19 सितम्बर, 1719 तक ये सत्ता में रहे. 19 सितम्बर 1719 को इनकी मौ-त हो गयी.
12. मुहम्मद शाह: रौशन अख़्तर बहादुर मुहम्मद शाह का जन्म 7 अगस्त 1702 को हुआ. मुहम्मद शाह को सैयद भाइयों ने सत्ता पर बिठाया था. 19 सितम्बर 1719 को सत्ता में आये मुहम्मद शाह कला प्रेमी थे, उनका तख़ल्लुस सदा रंगीला था. लोग इन्हें मुहम्मद शाह “रंगीला” भी कहते थे. मुहम्मद शाह लगातार सैयद भाइयों के दख़ल से परेशान था, उसने उन्हें कमज़ोर करने में कामयाबी पायी और दोनों भाइयों से मुग़ल शासन को आज़ाद किया. मुहम्मद शाह आख़िरी ऐसे मुग़ल बादशाह थे जिन्होंने सत्ता पर क़ब्ज़ा रखा था और कण्ट्रोल था. मुहम्मद शाह को लेकिन 1739 में तब भारी झटका लगा जब नादिर शाह ने देश पर आक्रमण कर दिया. मुग़ल साम्राज्य इस आक्रमण से कभी उबर ना पाया. 26 अप्रैल 1748 को इनकी मौ-त हो गयी.
13. अहमद शाह बहादुर: अहमद शाह बहादुर का जन्म 23 दिसम्बर, 1725 को हुआ. वो 26 अप्रैल 1748 को मुग़ल गद्दी पर बैठे. इनके ज़माने में मुग़लों की सिकंदराबाद की लड़ाई में मराठों से हार हुई. 1 जनवरी 1775 को इनका निधन हो गया.इसके पहले 2 जून 1754 को इनका शासन समाप्त हुआ. 14. अज़ीज़ उद्दीन आलमगीर II: इनका जन्म 6 जून, 1699 को हुआ था. 2 जून 1754 से लेकर अपनी मौ-त 29 नवम्बर 1759 तक ये सत्ता में रहे. 15. शाह जहाँ III (सिर्फ़ ख़िताब)–शाह आलम II: अली गौहर शाह आलम II का जन्म 25 जून, 1728 को हुआ था.उन्होंने 46 साल और 330 दिन तक सत्ता संभाली लेकिन उनका शासन बहुत कमज़ोर था. 24 दिसम्बर 1759 से लेकर 19 नवम्बर 1806 तक वो गद्दी पर ज़रूर रहे लेकिन राज पूरी तरह से अंग्रेज़ी ईस्ट इंडिया कंपनी ने किया. इनके ज़माने में एक मशहूर कहावत थी कि शाह आलम की सल्तनत “आलम से पालम” यानी शाह आलम की सल्तनत दिल्ली के पास पड़ने वाले पालम गाँव तक है.
16. अकबर II: 22 अप्रैल 1760 को जन्मे मिर्ज़ा अकबर अंग्रेज़ों के संरक्षण में थे और सत्ता सिर्फ़ नाममात्र की थी.19 नवम्बर 1806 से अपनी मौ-त 28 सितम्बर 1837 तक ये सत्ता में रहे. इन्होने राजा राम मोहन रॉय को राजा की उपाधि दी थी. 17.बहादुर शाह II: अबू ज़फ़र सिराजुद्दीन मुहम्मद बहादुर शाह ज़फ़र आख़िरी मुग़ल बादशाह थे. 24 अक्टूबर 1775 को आलीशान मुग़ल साम्राज्य में जन्मे बहादुर शाह ने मुग़ल साम्राज्य को टुकड़े टुकड़े होते देखा. वो 1857 में हुई क्रांति के नेता बनकर उभरे. क्रांति नाकामयाब हो जाने के बाद अंग्रेज़ों ने उन्हें क़ैद कर लिया. नाममात्र के चले मुक़दमे में उन्हें सज़ा दी गयी और रंगून में बंद कर दिया गया.7 नवम्बर 1862 को उनकी रंगून में मौ-त हो गयी. वो बहुत अच्छे उर्दू शा’इर भी थे. क्रांति में हुई हार के बाद उन्होंने एक शेर कहा था-“ग़ाज़ियों में बू रहेगी जब तलक ईमान की/ तख़्त लन्दन तक चलेगी तेग़ हिन्दुस्तान की”