पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव संपन्न हो गए हैं. पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस को दो-तिहाई से भी अधिक बहुमत मिला है तो असम में भाजपा गठबंधन बहुमत हासिल करने में कामयाब रहा है. केरल में लेफ़्ट ने लाल परचम लहरा दिया है तो तमिल नाडू में DMK गठबंधन ने बड़ी जीत हासिल की है. पुदुचेरी में भाजपा समर्थिक NRC गठबंधन ने जीत हासिल की है.
बात अगर तमिल नाडू की करें तो यहाँ DMK ने AIADMK को करारी शिकस्त दी है. तमिल नाडू में DMK गठबंधन को 159 सीटों पर जीत मिली है. 234 सदस्यों वाली विधानसभा में AIADMK गठबंधन को 75 सीटें हासिल हुई हैं. देखा जाए तो बाक़ी चार राज्यों में कांग्रेस की स्थिति अच्छी नहीं रही लेकिन तमिल नाडू में पार्टी का गठबंधन चुनाव जीता है.
तमिल नाडू में कांग्रेस ने 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था. इन 25 में से कांग्रेस को 18 सीटों पर जीत हासिल हुई है. इस हिसाब से कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 72% है. जहाँ असम और केरल में वो सत्ता से दूर रह गई वहीं उसने तमिल नाडू में राज्य की छोटी पार्टी होने के बाद भी शानदार नतीजे हासिल किए हैं.
234 सीटों वाली विधानसभा में महज़ 25 सीटों पर लड़ने के बाद भी कांग्रेस राज्य की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. पार्टी को यहाँ 4% से भी अधिक वोट मिले हैं. राज्य में कांग्रेस की इस परफॉरमेंस से कांग्रेस का मनोबल बढ़ा नज़र आ रहा है. हालाँकि DMK ने जिस तरह चुनावी कैम्पेन किया वो भी एक बड़ा कारण है कि राज्य में उसके गठबंधन को बड़ी जीत हासिल हुई है. अगर कांग्रेस की सहयोगी DMK का स्ट्राइक रेट देखें तो वो कांग्रेस से भी बेहतर है. DMK ने 173 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे 133 सीटें हासिल हुई हैं. इस तरह से DMK का स्ट्राइक रेट 76 फ़ीसदी है.